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NSA Conference on Afghanistan: 10 नवंबर को दिल्ली में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल (Ajit Dobhal) के नेतृत्व में अफगानिस्तान (Afghanistan) को लेकर तमाम देशों के सुरक्षा सलाहकारों के बीच अहम कॉन्फ्रेंस होने वाली है. इस मीटिंग में चीन को छोड़कर रूस और ईरान समेत सभी मध्य एशियाई देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शामिल होंगे. दरअसल चीन ने इस मीटिंग में शामिल होने से मना कर दिया है. चीन ने कहा कि शेड्यूलिंग समस्या के कारण वह इस मीटिंग में भाग नहीं ले पाएगा.
बता दें कि इससे पहले पड़ोसी देश पाकिस्तान भी बैठक में भाग लेने से इनकार कर चुका है. इस बैठक में उनके न्योंते की पुष्टि पाकिस्तान के विदेशी कार्यालय ने खुद की थी. वहीं जब पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) मोईद युसूफ से पूछा गया कि क्या वह भारत की मेजबानी में होने वाली बैठक में शरीक होंगे? इसके जवाब में युसूफ ने कहा,‘मैं नहीं जाउंगा. मैं नहीं जा रहा. एक विघ्नकर्ता (देश), शांति स्थापित करने वाला नहीं हो सकता.’
China said unable to attend due to scheduling issue. Open for dialogue with India on Afghanistan multilaterally and bilaterally: Sources on NSA level dialogue on Afghanistan
— ANI (@ANI) November 8, 2021
देशों के प्रतिनिधि प्रधानमंत्री मोदी से भी मिलेंगे
सरकार के उच्च सूत्रों ने ABP News को बताया कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ इस सम्मेलन में शामिल होने के अलावा सभी देशों के प्रतिनिधि प्रधानमंत्री मोदी से भी मिलेंगे. अफगानिस्तान पर इस खास सम्मेलन के अलावा अजीत डोभाल की अलग अलग देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के साथ द्विपक्षीय बैठक भी होगी. 10 नवंबर को होने वाली ये बैठक पूरे दिन चलेगी.
रूस और ईरान समेत ये देश होंगे शामिल
सूत्रों का ये भी मानना है कि रूस और ईरान समेत सभी मध्य एशियाई देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के इस सम्मेलन में शामिल होने से ये भी स्पष्ट हो जाता है कि सभी देशों ये बात जानते भी हैं और मानते भी हैं कि अफगानिस्तान के संदर्भ में भारत की भूमिका बहुत अहम है और सभी देश भारत के साथ साझा रणनीति के तहत ही आगे बढ़ना चाहते हैं.
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