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Nagaland Violence: नागालैंड के मोन जिले में दो दिन पहले आतंकी होने के संदेह के कारण सुरक्षाबलों की गोलियों से कम से कम 14 नागरिकों की मौत हो गई थी, जबकि 11 अन्य घायल हो गए. सुरक्षाबलों द्वारा की गई फायरिंग के बाद एक बार फिर सेना को मिले विशेषाधिकार पर राजनीति गरमाई हुई है. दरअसल इस घटना के बाद से ही कई विपक्षी नेता सशस्त्र सेना विशेषाधिकार कानून, 1958 (Armed Forces (Special Powers) Act, 1958) को वापस लेने की मांग कर रहे हैं. आरोप है कि इस कानून के आम लोगों के मानवाधिकारों का हनन हो रहा है.
वहीं आज कांग्रेस के नेता नागालैंड का दौरा करेंगे. कांग्रेस अध्यक्ष ने नगालैंड दौरे के लिए चार सदस्यीय दल का गठन किया है. यह टीम नागालैंड के मोन जिले में सुरक्षाबलों के अभियान में मारे गए नागरिकों के परिजनों से मिलने के लिए जाएगी. इस टीम में वरिष्ठ नेता जितेंद्र सिंह, अजय कुमार और एंटो एंटनी शामिल होंगे.
गृहमंत्री से संसद में मिलेंगे TMC
इसके अलावा इसी मामले को लेकर तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) से आज को संसद में मिलना तय किया है. TMC आज गृहमंत्री से मिलकर उनसे इस फायरिंग में मारे गए लोगों के परिवारों को मुआवजा देने की मांग करेगी. इसके साथ ही TMC इस घटना की जांच और सेना विशेषाधिकार कानून पर अपना रुख स्पष्ट करने को भी कहा है.
सीएम ने की थी SIT जांच की घोषणा
बता दें कि इस घटना को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो ने की SIT जांच की घोषणा कर दी थी. वहीं नागरिकों की मौत के बाद से ही वहां तनाव बढ़ा हुआ है. सुरक्षा बलों के अनुसार इन नागरिकों पर एनएससीएन के आतंकी होने का संदेह था जिसके आधार पर रविवार को सुरक्षा बलों ने तिरु गांव में कथित रूप से गोलीबारी की.
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