आम आदमी पार्टी के संस्थापक और देश की राजधानी दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पंजाब में चुनाव जीतने के बाद कर्नाटक के लिए कमर कस ली है। केजरीवाल ने बेंगलुरु में कहा कि रावण की तरह केंद्र सरकार को भी अहंकार था। उन्होंने 3 कृषि कानून पास किए। सरकार को बहुत समझाया किसानों से मत उलझो लेकिन सरकार नहीं मानी। अंत में 13 महीनों के संघर्ष के बाद कानून वापस लेने पड़े। मैं किसानों के संघर्ष को सलाम करता हूं।

केजरीवाल ने आगे कहा कि केंद्र सरकार को मैंने कहा कि भ्रष्टाचार खत्म करो तो इन्होंने कहा कि सरकार बनाओ और खुद खत्म करो। हमने चुनाव लड़ा, पहले दिल्ली में सरकार बनी फिर पंजाब में बनी और अब कर्नाटक में सरकार बनानी है।

केजरीवाल ने केंद्र सरकार पर तंज कहा कि 75 साल की आजादी के बाद भी किसानों का बुरा हाल है। देश भर में किसान आत्महत्या कर रहे हैं। छोटा किसान इतना गरीबी में जीता है कि किसान का बेटा किसान नहीं बनना चाहता है। देश की 45% आबादी खेती पर निर्भर है ये आबादी अगर ठान ले तो बड़ी से बड़ी सरकार को गिरा सकती है।

बता दें कि किसान बिल के विरोध में किसानों ने काफी विरोध प्रदर्शन किया था. बार्डर पर किसानों ने पूरा धरना प्रदर्शन कर के अपना गु्स्सा उजागर किया था. जिसके बाद प्रधानमंत्री ने एलान किया था कि केन्द्र सरकार ने किसान बिल वापस लेने का फैसला कर रही है।

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