अल्पसंख्यकों का ज़िक्र करते हुए अंतरिम कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शुक्रवार को उदयपुर में आयोजित तीन दिवसीय चिंतन शिविर को संबोधित करते हुए सत्तारूढ़ भाजपा पर अल्पसंख्यकों पर अत्याचार करने और महात्मा गांधी जी के हत्यारों का महिमामंडन करने का आरोप लगाया।
सम्बोधित करते हुए सोनिया गाँधी ने आगे कहा, “अब तक यह स्पष्ट रूप से स्पष्ट हो गया है कि पीएम मोदी और उनके सहयोगियों का वास्तव में ‘अधिकतम शासन, न्यूनतम सरकार’ के नारे से क्या मतलब है।”
उन्होंने कहा कि इसका अर्थ है “देश को ध्रुवीकरण की स्थायी स्थिति में रखना, लोगों को लगातार भय और असुरक्षा की स्थिति में रहने के लिए मजबूर करना, अल्पसंख्यकों को शिकार करना और अक्सर क्रूरतापूर्वक लक्षित करना जो हमारे समाज का अभिन्न अंग हैं और हमारे गणतंत्र के समान नागरिक हैं। ।”
सोनिया गांधी ने कहा कि ‘नव संकल्प चिंतन शिविर’ हमें उन कई चुनौतियों पर चर्चा करने का अवसर देता है, जिनका सामना देश भाजपा, आरएसएस और उसके सहयोगियों की नीतियों के परिणामस्वरूप कर रहा है।
कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि यह पार्टी के आगे कई कार्यों पर विचार करने का भी अवसर है। कांग्रेस के अंतरिम अध्यक्ष ने उदयपुर में कहा, “यह राष्ट्रीय मुद्दों के बारे में ‘चिंतन’ और हमारे पार्टी संगठन के बारे में सार्थक ‘आत्मचिंतन’ दोनों है।”
तीन दिवसीय ‘नव संकल्प चिंतन शिविर’ पिछले कई वर्षों में पार्टी में चुनावी हार और असंतोष की पृष्ठभूमि के खिलाफ आयोजित किया जा रहा है।
शिविर समयबद्ध पार्टी पुनर्गठन, ध्रुवीकरण की राजनीति से निपटने के तरीके खोजने और आगामी चुनावी चुनौतियों के लिए युद्ध के लिए तैयार होने पर ध्यान केंद्रित करेगा। यह औपचारिक रूप से शुक्रवार दोपहर को शुरू हुआ और 400 से अधिक प्रतिनिधि छह समूहों में विषय-विशिष्ट मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
ये चर्चा पहले और दूसरे दिन भी जारी रहेगी और निष्कर्षों को एक घोषणा के रूप में दर्ज किया जाएगा, जिसके एक मसौदे पर तीसरे और आखिरी दिन सीडब्ल्यूसी की बैठक में चर्चा की जाएगी।