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Covid19 Cases in Delhi: दिल्ली में कोरोना से मौत का आंकड़ा रोज़ाना बढ़ता जा रहा है. आज जारी हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक़ दिल्ली में कोरोना से 40 लोगों की मौत हुयी है, पिछले 4 दिनों की ही बात करें तो सिर्फ़ इन चार दिनों में कोरोना की वजह से दिल्ली में 97 लोगों की मौत हो चुकी है. दिल्ली सरकार द्वारा जारी  हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक़, दिल्ली में पिछले 24 घंटे में 27561 नए कोरोना मामले सामने आये हैं, करीब साढ़े 8 महीने में ये सबसे ज्यादा कोरोना मामले हैं.

इसके साथ ही ये अब तक किसी भी एक दिन में आने वाले दूसरे सबसे ज्यादा केस हैं, इससे पहले 20 अप्रैल को 28,395  मामले सामने आये थे और इन नये मामलों के साथ ही दिल्ली में कोरोना के सक्रिय मरीज़ों की संख्या भी अब 87,445 तक पंहुच गयी है और इसी के साथ संक्रमण दर भी बढ़कर 26.22 फीसदी तक पंहुच गयी है.

दिल्ली सरकार द्वारा जारी हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक़ होम आइसोलेशन में इस वक्त 56,991 मरीज़ हैं. जबकि पिछले 24 घंटे में डिस्चार्ज हुए मरीज़ों का संख्या की बात करें तो ये संख्या 14957 की है.  इस बीच पिछले 24 घंटे में 105102 टेस्ट कराये गये जिनमें से 85349 RTPCR टेस्ट किये गये जबकि 19753 एंटीजन टेस्ट किये गये. इसके साथ ही कंटेनमेंट जोन्स की संख्या भी बढ़कर अब 20878 हो गयी है. दिल्ली के अस्पतालों में भर्ती मरीज़ों की संख्या पर नज़र डालें तो दिल्ली में इस वक्त 2363 मरीज़ अस्पतालों में भर्ती है, जिनमें 618 मरीज़ आईसीयू बेड पर भर्ती है तो 739 मरीज़ ऐसे है जो ऑक्सीजन बेड या वेंटिलेटर पर भर्ती है.

दिल्ली में मौत के बढ़ते आंकड़ों पर स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन ने कहा कि ‘ज़्यादातर लोग जिनकी मौत कोरोना से हुई है वो या तो ज़्यादा उम्र वाले थे या कोमोर्बिड वाले मरीज़ थे. कल मुख्यमंत्री और मैं LNJP अस्पताल गये थे वहां 36 मरीज़ ऐसे थे जो आईसीयू बेड पर थे, इनमें से 6 मरीज ऐसे थे जो कोविड की वजह से आईसीयू पर थे जबकि 30 मरीज ऐसे थे जो किसी दूसरी गंभीर बीमारी की वजह से आईसीयू बेड पर रखे गये थे.’

सतैन्द्र जैन ने बातचीत में आगे बताया कि इस बार जो मौत हो रही है वो सिर्फ़ कोरोनो से नहीं हो रही है लेकिन गिनती इस वक्त सभी की कोरोना में ही हो रही है, वो इसलिये क्योंकि कुछ लोगों की मौत अगर किसी अन्य दुर्घटना से भी हो जाती है और बाद में जांच में पता चलता है कि उसे इस दौरान कोराना भी था तो वो मौत भी कोरोना से जुड़े मौत के आंकड़ों में ही शामिल कर ली जाती है.

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संक्रमण दर 25% से ज़्यादा तो क्या इसे पीक कह सकते है? जब ये सवाल सत्येन्द्र जैन से पूछा गया तो सत्येन्द्र जैन ने कहा कि पीक का पता संक्रमण दर से नहीं चलता, इसका पता अस्पतालों में कितने बेड पर मरीज़ भर्ती हैं, उससे पता चलता है. अस्पतालों में भर्ती मरीज़ों की संख्या पिछले  4-5 दिन से एक जैसी बनी हुयी है. सत्येन्द्र जैन ने कहा अब जब केस बढ़ने बंद हो गये हैं तो मामलों में गिरावट दर्ज ही होगी, हम ये कह सकते हैं कि हम लोग पीक के आसपास हैं और दिल्ली में जल्द ही कोरोना मामलों में आपको गिरावट देखने को मिलेगी. 

स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन से जब यह सवाल किया गया है क्या ये कम्युनिटी स्प्रेड है? तो इस पर उन्होंन ने कहा कि अगर 25% संक्रमण दर है तो इसको कम्यूनिटी स्प्रेड क्यों ना मानें. सत्येन्द्र जैन ने कहा कि मैंने पिछले साल भी कहा था कि ये कम्यूनिटी स्प्रेड है.

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