पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा में 8 लोगों को ज़िंदा जला दिया गया। बीरभूम जिले के बोगटुई गाँव में जिंदा जलाए गए 8 लोगों को मारने से पहले बुरी तरह प्रताड़ित किया गया था। दो बच्चों और तीन महिलाओं सहित कुल 8 शवों के पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में इस बात का खुलासा किया गया है। वहीं, आज बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी हिंसा के बाद इलाके के लोगों से जाकर मिली।

जिसके बाद भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा ने ममता बनर्जी पर कटाक्ष करते हुए कहा बंगाल के कुछ नेता निर्मम हत्याओं पर चादर ढंकने की कोशिश कर रहे हैं। वो कह रहे हैं कि शॉर्ट सर्किट हो गया है, सिलेंडर ब्लास्ट हो गया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में साफ है कि महिलाओं और बच्चों को बर्बरतापूर्वक मारा-पीटा गया है। इतना सब होने के बावजूद सीएम ममता बनर्जी का बीरभूम जाना ठीक वैसा ही है, जैसे 900 चूहे खाकर मानो ‘दीदी’ हज को गई हों।”

फोरेंसिक विशेषज्ञों ने अपने प्रारंभिक निष्कर्ष में कहा है कि घरों में मिले शवों के परीक्षण में पता चला है कि पीड़ितों को पहले बुरी तरह पीटा गया था। उसके बाद उन्हें जिंदा जला दिया गया। घटना पर बवाल बढ़ने के बाद ममता बनर्जी ने घटनास्थल पर पहुँचकर कर पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। इस दौरान ममता बनर्जी के स्वागत में तोरण द्वार लगाए गए थे। इसे देखकर सोशल मीडिया पर यूजर्स और अधिक भड़क गए। लोग वीडियो-फोटो शेयर कर कह रहे हैं कि ममता बनर्जी में थोड़ी-बहुत भी शर्म बची होती तो स्वागत बोर्ड हटवा देतीं। घटनास्थल पर वह लोगों का दर्द बाँटने जा रही हैं, चुनाव प्रचार करने नहीं।

इस नरसंहार को लेकर अब तक कम-से-कम 20 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। सोमवार को एक बम हमले में TMC नेता भादू शेख के मारे जाने की खबर आई, जिसके बाद उपद्रवी भड़क गए। आक्रोशित उपद्रवी भीड़ ने कई घरों को ध्वस्त कर दिया और जम कर लूटपाट की। कई घरों को आग के हवाले कर दिया गया।

इस घटना पर बुधवार को प्रधानमंत्री ने मोदी ने कहा था, “मैं पश्चिम बंगाल के बीरभूम में हुई हिंसक वारदात पर दुख व्यक्त करता हूँ, अपनी संवेदना व्यक्त करता हूँ। मैं आशा करता हूँ कि राज्य सरकार बंगाल की महान धरती पर ऐसा जघन्य पाप करने वालों को जरूर सजा दिलवाएगी।”

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