उत्तर प्रदेश के काशी के ज्ञानवापी मसला अभी पूरी तरह से सुलझा भी नहीं है। इसी बीच राजस्थान के अजमेर में भी दरगाह के नीचे शिवलिंग होने का दावा कर दिया गया है। इतना ही नहीं ज्ञानवापी की तरह ही यहां भी सर्वे कराने की मांग की जा रही है। इसको लेकर अजमेर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। एक संगठन ने स्वास्तिक चिन्ह वाले कुछ फोटो शेयर किए थे। बताया गया कि यह जाली दरगाह शरीफ में लगी हुई है। इसी चिन्ह के आधार पर कहा गया कि वह हिंदू मंदिर है।
प्रताप सेना के फेसबुक पेज पर लिखी गई इस पोस्ट में एक तस्वीर साझा की गई है, जिसमें स्वास्तिक का निशान नजर आ रहा है. हालांकि सूत्रों के मुताबिक सीआईडी की और से इस पूरे मामले में की गई पड़ताल के बाद सरकार को जो रिपोर्ट सौंपी है उसमे इस तस्वीर को दरगाह का नहीं बताकर कुछ ही दूर स्तिथ अढ़ाई दिन के झोपड़े का बताया गया है। इस संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजवर्धन सिंह परमार ने राजस्थान के मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर चेतावनी भी दी है कि दरगाह का सर्वे कराएं अन्यथा वे खुद हजारों समर्थकों के साथ अजमेर पहुंच जाएंगे।
पत्र में दावा किया गया है कि दरगाह के अंदर खिड़कियों व कई जगहों पर हिंदू धार्मिक चिह्न भी हैं, जिसमें स्वास्तिक के निशान प्रमुख है। कुछ ही देर में यह दावा वायरल हो गया। उधर, दरगाह से जुड़े प्रतिनिधियों ने एसपी से शिकायत की। धमकी के बाद जिला पुलिस और प्रशासन अलर्ट मोड पर है।
ADM, SP,CO समेत अन्य पुलिस अधिकारियों ने दरगाह परिसर के भीतर और बाहर का जायजा लिया। दरगाह की सुरक्षा व्यवस्था में अतिरिक्त पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है। CID जोन और अन्य सुरक्षा एजेंसियां भी अलर्ट मोड पर हैं।