कश्मीरी पंडितों के नरश्रृंगार में शामिल और कश्मीरी अलगाववादी नेता यासीन मलिक पर फैसले से पहले श्रीनगर में पथराव हुआ। साथ ही शहर में इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं। अधिकारियों ने कहा, श्रीनगर के कुछ हिस्सों में अलगाववादी यासीन मलिक को सजा की मात्रा पर अदालत के फैसले से पहले बुधवार को एक स्वतःस्फूर्त बंद का आयोजन किया गया था, जिसे एक आतंकी फंडिंग मामले में दोषी ठहराया गया है। उन्होंने कहा कि लाल चौक की कुछ दुकानों सहित मैसूमा और आसपास के इलाकों में ज्यादातर दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे।
उन्होंने आगे बताया कि पुराने शहर के कुछ इलाकों में दुकानें भी बंद रहीं, हालांकि अभी वहां की स्थिति सामान्य है। कानून-व्यवस्था की समस्या से बचने के लिए शहर में सुरक्षा बलों को भारी संख्या में तैनात किया गया है।
एनआईए जज प्रवीण सिंह ने यासीन मलिक को उम्रकैद की सजा सुनाई है। साथ ही मलिक पर 10 लाख का जुर्माना भी लगाया गया है। हालांकि, एनआईए ने यासीन मलिक के लिए फांसी की सजा की मांग की थी। फैसले से पहले कोर्ट रूम के बाहर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। सुरक्षाकर्मियों के अलावा सादे कपड़ों में भी सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की गई है। कोर्टरूम में डॉग स्क्वॉड के जरिए जांच की जा रही है।