Mahashivratri 2025 Live: महाशिवरात्रि आज, जानें पूजा मुहूर्त, विधि समेत सबकुछ


05:08 AM, 26-Feb-2025

महाशिवरात्रि पर शुभ योग : Shubh Yog On Mahashivratri 

इस बार महाशिवरात्रि पर बुधादित्य योग, मालव्य राजयोग व त्रिग्रही योग बन रहे हैं। धन के दाता शुक्र अपनी उच्च राशि मीन में रहेंगे। इन सुयोगों में भगवान भोलेनाथ की आराधना से भक्तों के सभी मनोरथ पूर्ण होंगे। इसके अलावा महाशिवरात्रि के दिन  धनिष्ठा नक्षत्र, परिघ योग,शकुनी करण और मकर राशि पर चंद्रमा की उपस्थिति रहेगी। इस दिन आराधना से शिव जी की कृपा प्राप्त होती है।

 

05:00 AM, 26-Feb-2025

महाशिवरात्रि शुभ मुहूर्त: Mahashivratri 2025 Shubh Muhurat

महाशिवरात्रि के दिन ब्रह्म मुहूर्त की शुरुआत 05:09 बजे होगी। ब्रह्म मुहूर्त का समापन 5: 59 बजे हो जाएगा।

गोधूलि मुहूर्त शाम 6:16 बजे शुरु होगा। यह मुहूर्त शाम 6: 42 बजे तक रहेगा। 

इसके बाद निशीथ काल मुहूर्त रात 12:09 बजे से 12: 59 बजे तक रहेगा। 

महाशिवरात्रि के दिन ब्रह्म मुहूर्त में महाकुंभ का अंतिम स्नान शुरू होगा। ब्रह्म मुहूर्त में संगम में स्नान करना विशेष फलदायी होता है।

04:36 AM, 26-Feb-2025

महाशिवरात्रि पर पुण्यकाल: Punya Kaal on Mahashivratri 

महाशिवरात्रि पर इस बार 21. 46 घंटे का पुण्यकाल बन रहा है। इस महायोग में संगम में श्रद्धालु पुण्य की डुबकी लगाएंगे। मकर राशि पर चंद्रमा के गोचर करने के साथ ही परिघ योग में संगम में डुबकी से आखिरी स्नान पर्व का पुण्य अर्जित करेंगे।

04:36 AM, 26-Feb-2025

महाशिवरात्रि व्रत का महत्व (Mahashivratri 2025 Vrat Significance)

महाशिवरात्रि का व्रत अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की विशेष पूजा की जाती है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, जो व्यक्ति इस दिन महादेव की पूजा के साथ व्रत का पालन करता है, उसे जीवन के सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है। इसके अलावा, जो अविवाहित कन्याएं शिवरात्रि का व्रत और पूजन करती हैं, उन्हें शीघ्र विवाह के अवसर प्राप्त होते हैं और मनचाहे वर की प्राप्ति होती है।

04:31 AM, 26-Feb-2025

आज फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जा रहा  है। फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि की शुरूआत आज 26 फरवरी को प्रातः  11:08 मिनट से होगी और इसका समापन 27 फरवरी को प्रातः 08:54 पर होगा। 

05:55 PM, 25-Feb-2025

महाशिवरात्रि की पूजा विधि

  • शिवलिंग का अभिषेक करने के लिए जल, दूध, दही, शहद, घी और गंगाजल अर्पित करें।
  • बेलपत्र, धतूरा, चंदन, अक्षत, भस्म और सफेद फूल चढ़ाएं। साथ ही धूप-दीप जलाकर शिव की आरती करें और भजन गाएं।
  • इस दौरान आप शिवपुराण और रुद्राष्टक का पाठ भी कर सकते हैं। 

05:36 PM, 25-Feb-2025

महाशिवरात्रि व्रत के नियम

  • इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करें और साफ वस्त्र धारण करें। स्नान के बाद भगवान शिव का ध्यान करें और व्रत का संकल्प लें।
  • यदि निर्जला व्रत न कर रहे हों तो फलाहार करें। प्याज, लहसुन और तामसिक भोजन से परहेज करें।
  • इस दिन नियमित शिव मंत्रों का जाप करें। “ॐ नमः शिवाय” और महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से विशेष लाभ होता है।
  • इस दिन सदाचार का पालन करना चाहिए। क्रोध, अहंकार, निंदा आदि से दूर रहें। संयमित व्यवहार रखें और मन को शांत रखें।
  • इसके अलावा पूरी रात शिव भक्ति में लीन रहें और भजन-कीर्तन करें। चार प्रहर में शिवलिंग का पूजन करें।

05:10 PM, 25-Feb-2025

शिवलिंग पर जल चढ़ाने का मंत्र

मन्दाकिन्यास्तु यद्वारि सर्वपापहरं शुभम् ।

तदिदं कल्पितं देव स्नानार्थं प्रतिगृह्यताम् ॥

श्रीभगवते साम्बशिवाय नमः । स्नानीयं जलं समर्पयामि।

04:49 PM, 25-Feb-2025

महाशिवरात्रि पूजा मुहूर्त

  • ब्रह्म मुहूर्त- 26 फरवरी को प्रात: काल में 05:17 से लेकर 06:05 मिनट तक
  • रात्रि प्रथम प्रहर पूजा समय – शाम 06:29 से रात 09 बजकर 34 मिनट तक
  • रात्रि द्वितीय प्रहर पूजा समय – रात 09:34 से 27 फरवरी सुबह 12 बजकर 39 मिनट तक
  • रात्रि तृतीय प्रहर पूजा समय – 27 फरवरी को रात 12:39 से सुबह 03 बजकर 45 मिनट तक
  • रात्रि चतुर्थ प्रहर पूजा समय – 27 फरवरी को सुबह 03:45 से 06 बजकर 50 मिनट तक

04:30 PM, 25-Feb-2025

भगवान शिव को सामग्री चढ़ाते हुए मंत्र

रुद्राभिषेक मंत्र से भगवान शिव की पूजा करते समय शिवलिंग पर दुग्ध, घी, शुद्ध जल, गंगाजल, शक्कर, गन्ने का रस, बूरा, पंचामृत, शहद, आदि अर्पित करते हुए इन मंत्रों का जाप करें। 

रुद्रा: पञ्चविधाः प्रोक्ता देशिकैरुत्तरोतरं | सांगस्तवाद्यो रूपकाख्य: सशीर्षो

रूद्र उच्च्यते|| एकादशगुणैस्तद्वद् रुद्रौ संज्ञो द्वितीयकः । एकदशभिरेता

भिस्तृतीयो लघु रुद्रकः।।



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