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Anil Ghanwat Exclusive Interview: किसान नेता राकेश टिकैत लगातार आंदोलन जारी रखने पर अड़े हुए हैं. उनका कहना है कि जब तक MSP समेत दूसरी मांगें सरकार नहीं मान लेती तब तक आंदोलन खत्म नहीं होगा. टिकैत को अनिल घनवट ने बहस की चुनौती दी है. अनिल घनवट सुप्रीम कोर्ट ने किसान कानून को लेकर जो कमेटी बनाई थी उसके सदस्य हैं. अनिल घनवट का कहना है MSP पर कानून बनाना संभव नहीं है.

अनिल घनवट ने कहा, ‘एमएसपी पर कानून बनाना संभव नहीं है. अगर देश की सभी फसलों की कीमत कानूनी तौर पर तय कर दी जाती है, लेकिन अगर ट्रेडर्स को उसमें मुनाफा दिखाई नहीं देता है तो फसल की खरीद नहीं होगी. फिर किसान सरकार के पास जाएगा. सरकार के पास इतना पैसा है नहीं कि वह कोई फसल खरीद कर रख सके.’

उन्होंने आगे कहा, ‘दूसरी बात ये है कि 110 लाख टन गेंहू और चावल का स्टॉक है. करीब-करीब दो लाख करोड़ रुपये फंसा हुआ है. स्टॉक करने के लिए सरकार के पास गोदाम नहीं है. अनाज बेकार हो रहा है. जरूरतमंद लोगों तक अनाज पहुंचता नहीं है. सरकारी आंकड़े ये कहते हैं कि 46 फीसदी अनाज बेकार हो जाता है. ग्राहकों तक ये अनाज पहुंचता नहीं है. अगर ये सिस्टम इसी तरह चलता रहा तो देश का बहुत सारा पैसा इसमें अटक जाएगा. ये तभी संभव है जब देश में कुछ आर्थिक सुधार हो जाए.’

2022 तक किसानों की आय दोगुनी होगी?
मोदी सरकार ने 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का संकल्प लिया था. क्या ये लक्ष्य अब हासिल हो पाएगा? इस सवाल के जवाब में अनिल घनवट ने कहा, बिल्कुल नहीं. 2022 क्या 3022 तक भी ये संकल्प पूरा नहीं हो सकता. अगर इसी तरह के कानून देश में चलते रहे, इसी तरह की कृषि नीतियां देश में चलती रहीं, तो कभी भी किसानों की आय दोगुनी नहीं हो सकती. अभी सरकार किसानों की आय आधी करने का काम कर रही है.

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