देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय रिजर्व बैंक के केंद्रीय निदेशक मंडल ने शुक्रवार को वित्त वर्ष 2021-22 के लिए केंद्र सरकार को 30,307 करोड़ रुपये के लाभांश के भुगतान को मंजूरी दी। बोर्ड ने अपनी बैठक में वर्तमान आर्थिक स्थिति, वैश्विक और घरेलू चुनौतियों और हाल के भू-राजनीतिक विकास के प्रभाव की समीक्षा की। बोर्ड ने वर्ष 2021 के दौरान रिजर्व बैंक के कामकाज पर भी चर्चा की और लेखा वर्ष 2021-22 के लिए रिजर्व बैंक की वार्षिक रिपोर्ट और खातों को मंजूरी दी।
शुक्रवार को आरबीआई ने एक बयान में कहा कि बोर्ड ने लेखा वर्ष 2021-22 के लिए केंद्र सरकार को अधिशेष के रूप में 30,307 करोड़ रुपये के हस्तांतरण को मंजूरी दी, जबकि आकस्मिक जोखिम बफर को 5.50 प्रतिशत पर बनाए रखने का निर्णय लिया।
बोर्ड की बैठक की अध्यक्षता आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने की। डिप्टी गवर्नर महेश कुमार जैन, माइकल देवव्रत पात्रा, एम. राजेश्वर राव, एसटी। रबी शंकर और केंद्रीय बोर्ड के अन्य निदेशक, अर्थात। सतीश के. मराठे, एस. गुरुमूर्ति, रेवती अय्यर और सचिन चतुर्वेदी ने बैठक में भाग लिया।
आरबीआई ने कहा कि आर्थिक मामलों के विभाग के सचिव अजय सेठ और वित्तीय सेवा विभाग के सचिव संजय मल्होत्रा ने भी बैठक में भाग लिया।