देशहित में अनेक कार्य कर चुके सद्गुरु विवाद में फंस गए हैं। दरअसल ये मामला तमिलनाडु के कोयंबटूर स्थित ईशा योग सेंटर का है। जहाँ आदियोगी भगवन की विशाल प्रतिमा लगी हुई है। जिस प्रतिमा के सामने पिछले कई वर्षों से महाशिवरात्रि के मौके पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। हर वर्ष लाखों की भीड़ भक्तिमय माहौल में रमने वहां पहुँचती है।
लेकिन इस बार कुछ ऐसा हुआ जिससे हिन्दू युवकों में आक्रोश बढ़ गया। दरअसल एक वीडियो में ‘अली मौला’ पर नाचते सद्गुरु को देख कर लोग खुश नहीं हैं। सद्गुरु ने इस कार्यक्रम के जरिए ‘Save Soil (मिट्टी बचाओ)’ का सन्देश भी दिया। लेकिन इस्लामिक प्रोपेगेंडा को बढ़ावा देने का उनके ऊपर आरोप लग गया है। आदियोगी भगवन के सामने सद्गुरु का अली मौला पर डांस करना अपने आप में बहुत सवाल उठता है। जिसके बाद लोगों ने सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया देनी शुरू की, कई लोग सद्गुरु को अर्बन नक्शल तो कई इस्लामिक प्रोपेगेंडा फ़ैलाने का आरोप लगा रहे हैं।
जग्गी वासुदेव जिन्हें सद्गुरु के नाम से पुकारा जाता है उनके द्वारा इस कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। आयोजन स्थल पर लाखों की भीड़ और लाखों लोग ऑनलाइन माध्यम से इस शो को इस वर्ष भी देख रहे थे। भारतीय सभ्यता और भारतीय संस्कृति का गुणगान गाने वाले बड़े गायकों ने भक्ति गानों पर परफॉर्मेंस भी दिया। लेकिन एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें महाशिवरात्रि के मौके पर इतने बड़े कार्यक्रम में अली मौला जैसे गाने को बजाया जा रहा है। जहां हिंदू धर्म के आराध्य का पूजन हो रहा है वहां अली मौला किया जा रहा है इसके बाद अब कई लोग ऐसा विरोध कर रहे हैं तथा आक्रोश जता रहे हैं।
अपना विरोध जताते हुए सुदर्शन न्यूज़ के प्रधान संपादक सुरेश चव्हाणके ने भी इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी और सद्गुरु से तीन सवाल पूछे हैं, जिसमें उन्होंने लिखा, देवों के देव महादेव आपके यहाँ स्थापित हो, नेताओं के नेता PM आपके यहाँ आते हों, तो भी आपको अली- मौला चाहिए ? मतलब
१- या तो आपका महादेव, मोदी पर विश्वास नहीं है
२- या वह जो नहीं दे सकते, ऐसा कुछ आप चाहते हो
३-या आप जिहादियों से डरते हैं
या कुछ और?