Uttar Pradesh के चुनाव में एक बार फिर से नया मोड़ आ गया है। माना जा रहा था कि केजरीवाल की पार्टी और समाजवादी पार्टी अगले वर्ष का चुनाव साथ लड़ेगी। लेकिन अब यह गठबंधन टूटता नजर आ रहा है। दरअसल, दोनों के बीच सामंजस्य न बनने का मुख्य कारण सीट बंटबारे को लेकर बताया जा रहा है। हालांकि, इसकी स्पष्ट रूप से पुष्टि नहीं की गई है।

बीते 24 नवंबर को ‘AAP’ के संजय सिंह की SP प्रमुख से हुई मुलाकात से इस बात का अंदेशा लगाया जा रहा था कि दोनों पार्टियां इस बार के चुनावी मैदान में साथ-साथ नजर आएंगी। लेकिन, इस गठबंधन में पेंच फसता नजर आ रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, आम आदमी पार्टी ने सीट बंटबारे को लेकर नाराजगी जताई है और प्रदेश में अकेले चुनाव लड़ने का विचार कर रही है। इस बाबत वह अपने 100 प्रत्याशियों की दूसरी लिस्ट भी जारी करने का औपचारिक ऐलान भी करने वाली है। पहली बार 150 प्रत्याशियों की लिस्ट ‘AAP’ ने जारी की थी।

Uttar Pradesh में ‘AAP’ के प्रवक्ता वैभव माहेश्वरी ने मीडिया से मुखातिब होते हुए बताया कि “आम आदमी पार्टी इस समय पूरे प्रदेश में सभी सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में है, जिस तरह से मैंने पहले भी इस बात की घोषणा की थी। सब कुछ अच्छा रहा तो एक सप्ताह के अंदर पार्टी 100 उम्मीदवारों की अगली लिस्ट भी जारी कर देगी। साथ ही दिसंबर के अंत तक 350-400 उम्मीदावारों के नाम की औपचारिक रूप से घोषणा करके मैदान में उतरेगी।”

बता दें कि आप के संजय सिंह और अखिलेश के बीच हुई मुलाकात से इस बात का कयास लगाया जा रहा था कि अब महज दोनों पार्टियों के बीच सीटों को लेकर औपचारिक घोषणा होंगी। लेकिन, लंबे समय तक कोई भी सूचना दोनों के बीच आदान-प्रदान नहीं हो पायी। अब तो यह मामला नया मोड़ लेने लगा है और अपनी-अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेता पार्टी को अकेले दम पर तैयार रहने को कह रहे हैं।

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