खुदरा महंगाई दर
– फोटो : ANI
विस्तार
जनवरी में भारत का थोक मूल्य सूचकांक (WPI) दिसंबर 2024 के 2.37 प्रतिशत से घटकर 2.31 प्रतिशत हो गया। वाणिज्य व उद्योग मंत्रालय की ओर से शुक्रवार को इससे जुड़े आंकड़े जारी किए गए। मंत्रालय ने थोक महंगाई का कारण खाद्य वस्तुओं के निर्माण और खाद्य उत्पादों के निर्माण की कीमतों में इजाफे को दिया। कपड़ा निर्माण लागत में वृद्धि भी मुद्रास्फीति में वृद्धि का कारण हो सकती है।
Trending Videos